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UPSC Kya Hai | UPSC व CSE के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में

दोस्तों, आज के इस लेख में हम बात करने वाले वाले हैं भारत की एक बहुत ही महत्वपूर्ण संस्था "Union Public Service Commission" (UPSC) के बारे में। वैसे तो UPSC का नाम अधिकांश लोगों ने सुन रखा हैं, किंतु वास्तव में UPSC Kya Hai?, इसकी शुरुआत कैसे हुई? भारत में संविधान में इसके बारे में क्या उल्लेख हैं? इसके कार्य क्या हैं? आदि सवालों के जवाब कई लोग नहीं जानते हैं। इसलिए आज के इस लेख में UPSC से सम्बंधित पूरी जानकारी दी गयी हैं। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद आपको UPSC के बारे में पूरी जानकारी हो जाएगी। 

अगर आप UPSC Ki Taiyari कर रहे हैं या करने की सोच रहे है तो ये आपके लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं की आपको इस आयोग की संरचना, कार्यविधि आदि के बारे में पूरी जानकारी हो। 

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UPSC Kya Hai



भारत में लोक सेवाओं की पृष्ठभूमि - Civil Services History In India

भारत में लोक सेवाओं का जन्म ब्रिटिशकाल में हुआ था। ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा भारत में अपने वाणिज्यिक (commercial) मामलों को देखने के लिए सिविल सेवा व्यवस्था स्थापित की गई थी जो आगे चलकर भारत में प्राप्त किए गए क्षेत्रों के प्रशासनिक मामलों को देखने वाले सुव्यवस्थित तंत्र में तब्दील हो गई। समय के साथ सिविल सेवकों को अन्य जिम्मेदारियां और अधिकार प्रदान किए गए। 

  • ली आयोग (1924) के सुझाव पर 1926 में पहली बार भारत में केंद्रीय लोक सेवा आयोग की स्थापना हुई। 


  • भारत की स्वतंत्रता के पश्चात लागू नए संविधान के तहत इसका नाम "संघ लोक सेवा आयोग" (UPSC) कर दिया गया। 

  • भारत सरकार द्वारा हर साल 21 अप्रैल को 'सिविल सेवा दिवस' के रूप मनाया जाता है। 


UPSC Kya Hai ? - What Is UPSC In Hindi

संघ लोक सेवा आयोग [Union Public Service Commission (UPSC)], भारत का एक केंद्रीय भर्ती अभिकरण (Agency) हैं, जो भारत सरकार के लोकसेवा के पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का संचालन करता है।


यह एक स्वतंत्र संवैधानिक निकाय (संस्था) है, क्योंकि इसका गठन संवैधानिक प्रावधानों के माध्यम से किया गया है। संविधान के भाग 14 में अनुच्छेद 315 से लेकर 323 तक संघ लोक सेवा आयोग की स्वतंत्रता, शक्तियों व कार्यों के अलावा इसके संगठन, सदस्यों की नियुक्ति तथा बर्खास्तगी आदि का विस्तार से वर्णन किया गया है। 

UPSC Official Websiteupsc.gov.in

संघ लोक सेवा आयोग की संरचना 

संघ लोक सेवा आयोग में एक अध्यक्ष तथा कुछ अन्य सदस्य होते हैं, जिनकी नियुक्ति सीधे राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। हालांकि आयोग के सदस्यों की संख्या कितनी होगी इस बारे में संविधान में कोई उल्लेख नहीं किया गया है। यह राष्ट्रपति के विवेक के ऊपर छोड़ दिया गया है, जो आयोग की संरचना का निर्धारण करता है। 


योग्यता 

आयोग के सदस्यों की योग्यता के बारे में संविधान में कोई उल्लेख नहीं किया गया हैं। हालांकि यह आवश्यक है कि आयोग के आधे सदस्यों को भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन कम से कम 10 वर्ष काम करने का अनुभव हो। 

(संविधान में राष्ट्रपति को अध्यक्ष तथा सदस्यों की सेवा की शर्तें निर्धारित करने का अधिकार दिया गया है।)


कार्यकाल 

  • 6 वर्ष या 65 वर्ष की आयु जो भी पहले हो। 
  • आयोग का अध्यक्ष या सदस्य राष्ट्रपति को किसी भी समय त्यागपत्र दे सकता हैं। 
  • कार्यकाल पूरा होने से पूर्व भी राष्ट्रपति द्वारा संविधान में वर्णित प्रक्रिया के माध्यम से अध्यक्ष या सदस्य को हटाया जा सकता हैं।  


UPSC के कार्य 

  • अखिल भारतीय सेवाओं, केंद्रीय सेवाओं, केंद्र शासित क्षेत्रों की लोक सेवाओं में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करना। 
  • दो या दो से अधिक राज्यों द्वारा अनुरोध करने पर संयुक्त भर्ती की योजना व प्रवर्तन करने में सहायता करना। 
  • किसी राज्यपाल के अनुरोध पर राष्ट्रपति की स्वीकृति के उपरांत सभी या किन्हीं मामलों पर राज्यों को सलाह प्रदान करना। 
  • UPSC को संसद द्वारा संघ की सेवाओं का अतिरिक्त कार्य भी दिया जा सकता है। 
  • संसद UPSC के अधिकार क्षेत्र में प्राधिकरण कॉरपोरेट निकाय या सार्वजनिक संस्थान के निजी प्रबंधन के कार्य भी दे सकती है। 
  • अतः संसद के अधिनियम के द्वारा संघ लोक सेवा आयोग के कार्यक्षेत्र का विस्तार किया जा सकता हैं। 


संघ लोक सेवा आयोग की भूमिका 

  • UPSC की भूमिका राज्य सेवाओं के लिए भर्ती करना व प्रोन्नति (promotion) या अनुशासनात्मक विषयों पर सरकार को सलाह देना हैं। 
  • सेवाओं के वर्गीकरण, वेतन व सेवाओं की स्थिति, कैडर प्रबंधन, प्रशिक्षण आदि से इनका कोई सम्बन्ध नहीं हैं यह कार्य 'कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग' देखता हैं। 
  • UPSC की भूमिका न केवल सीमित हैं बल्कि उसके द्वारा दिए गए सुझाव भी सलाहकारी प्रवृति के होते हैं। 


लोक सेवा आयोगों से सम्बंधित संविधान के अनुच्छेद 

 

अनुच्छेद विषयवस्तु
315 संघ तथा राज्यों के लिए लोक सेवा आयोग
316 सदस्यों की नियुक्ति एवं कार्यकाल
317 लोक सेवा आयोग के सदस्य की बर्खास्तगी एवं निलंबन
318 आयोग के सदस्यों एवं कर्मचारियों की सेवा-शर्तों संबंधी नियम बनाने की शक्ति
319 आयोग के सदस्यों द्वारा सदस्यता समाप्ति के बाद पद पर बने रहने पर रोक
320 लोक सेवा आयोग के कार्य
321 लोक सेवा आयोगों के कार्यों को विस्तारित करने की शक्ति
322 लोक सेवा आयोग का खर्च
323 लोक सेवा आयोग के प्रतिवेदन



UPSC द्वारा आयोजित परीक्षाएं

UPSC द्वारा आयोजित परीक्षाएँ निम्नलिखित हैं -

UPSC All Exams List
Civil Services Examination
Engineering Services Examination
Combined Medical Services Examination
Combined Defence Services Examination
National Defence Academy Examination
Naval Academy Examination
Special Class Railway Apprentice
Indian Forest ServiceExamination
Indian Economic Service/Indian Statistical Service Examination
Combined Geoscientist and Geologist Examination
Central Armed Police Forces(Assistant Commandant) Examination
 

Civil Services Examination (CSE)

Civil Services Examination (CSE)
Civil Services Examination (CSE)


अभी तक हमने जाना UPSC Kya Hai? अब हम जानते हैं की CSE Kya Hai? 

सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) UPSC द्वारा आयोजित की जाने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध प्रतियोगी परीक्षा हैं। यह भारत सरकार की विभिन्न सिविल सेवाओं में भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली एक प्रतियोगी परीक्षा हैं। इन सिविल सेवा परीक्षाओं में तीन अखिल भारतीय सेवाओं - भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और भारतीय वन सेवा (IFoS) तथा कई अन्य Group 'A' व Group 'B' की सेवाएं शामिल हैं। 


UPSC (CSE) में कौन-कौन से पोस्ट होते हैं?

UPSC Civil Services के 24 पदों के लिए सिविल सेवा परीक्षा (CSE) आयोजित करती हैं। ये 24 पद निम्नलिखित हैं -

अखिल भारतीय सेवा (All India Civil Services)
Indian Administrative Service (IAS)
Indian Police Service (IPS)
Indian Forest Service (IFoS)

Group ‘A’ Civil Services
Indian Foreign Service (IFS)
Indian Police SeraIndian Audit and Accounts Service (IAAS) vice (IPS)
Indian Civil Accounts Service (ICAS)
Indian Corporate Law Service (ICLS)
Indian Defence Accounts Service (IDAS)
Indian Defence Estates Service (IDES)
Indian Information Service (IIS)
Indian Ordnance Factories Service (IOFS)
Indian Communication Finance Services (ICFS)
Indian Postal Service (IPoS)
Indian Railway Accounts Service (IRAS)
Indian Railway Personnel Service (IRPS)
Indian Railway Traffic Service (IRTS)
Indian Revenue Service (IRS)
Indian Trade Service (ITS)
Railway Protection Force (RPF)

Group ‘B’ Civil Services
Armed Forces Headquarters Civil Service
DANICS
DANIPS
Pondicherry Civil Service
Pondicherry Police Service

UPSC (CSE) के लिए योग्यता - Eligibility For UPSC (CSE) Exam

परीक्षा का नाम Union Public Service Commission (Civil Services Examination)
Organizing Body संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission)
परीक्षा का स्तर राष्ट्रीय (National)
UPSC पात्रता संक्षेप में
  • राष्ट्रीयता – भारतीय
  • आयु सीमा - 21 वर्ष से 32 वर्ष
  • शैक्षिक योग्यता- स्नातक (Graduation)
प्रयासों की संख्या
  • सामान्य/ईडब्ल्यूएस– 6
  • ओबीसी/ सामान्य (विकलांग) - 9
  • एससी/एसटी – कोई सीमा नहीं (अधिकतम आयु सीमा पहुँचने तक आवेदन कर सकते हैं।)

CSE परीक्षा के लिए नागरिकता 

संघ लोक सेवा द्वारा आयोजित 'सिविल सेवा परीक्षा' में शामिल होने के लिए आपका भारत का नागरिक होना आवश्यक हैं किन्तु 3 अखिल भारतीय परीक्षाओं (IAS, IPS व IFoS) के छोड़कर कुछ अन्य सेवाएँ हैं जिनमें नेपाल, भूटान के नागरिक तथा तिब्बती शरणार्थी जो 1 जनवरी, 1962 से पहले स्थायी रूप से बसने के लिए भारत आए हो शामिल हो सकते हैं। 


CSE परीक्षा के लिए आयु सीमा 

संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल जारी परीक्षा की अधिसूचना में आयु सीमा की जानकारी दी जाती हैं। सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्षा हैं तथा अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष हैं।(आरक्षित वर्ग के आवेदकों के लिए आयु सीमा में छूट दी गई हैं।)


CSE परीक्षा के लिए आयु सीमा व प्रयासों की सीमा (Attempts)

श्रेणी UPSC (CSE) आयु सीमा प्रयासों की सीमा
सामान्य/ईडब्ल्यूएस 32 6
ओबीसी 35 9
एससी/एसटी 37 कोई सीमा नहीं
सामान्य विकलांग 35 9
ओबीसी विकलांग 38 9
एससी और एसटी विकलांग 40 कोई सीमा नहीं
अक्षम पूर्व सैनिक (सामान्य) 35 कोई सीमा नहीं
अक्षम पूर्व सैनिक (ओबीसी) 38 कोई सीमा नहीं
अक्षम पूर्व सैनिक (एससी और एसटी) 40 कोई सीमा नहीं


CSE परीक्षा के लिए शैक्षिक योग्यता 

सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम स्नातक (Graduation) की डिग्री होनी चाहिए। आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय की कोई भी एक Degree चाहे वो B.A, BSc, BTech, MTech, BBA, MBA, CSE, BCom, LLB, CA आदि हैं तो आप CSE परीक्षा दे सकते हैं। 


UPSC में भर्ती की प्रक्रिया - UPSC Exam Pattern In Hindi

UPSC ने सिविल सेवा परीक्षा को 3 Stages में विभाजित किया हुआ हैं जो निम्नलिखित हैं -
  1. Preliminary Examination 
  2. Mains Examination
  3. Interview/Personality Test 


Stage 1. Preliminary Examination 

सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण 'प्रारंभिक परीक्षा' (Preliminary Examination) हैं। इस परीक्षा को पास करने वाले Candidates ही परीक्षा के दूसरे चरण में शामिल हो सकते हैं। प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते हैं -
  • General Studies I
  • General Studies II/CSAT (Civil Services Aptitude Test)


प्रारंभिक परीक्षा का Paper II (CSAT) एक Qualifying Paper होता हैं जिसमें उम्मीदवार को कम से कम 33% अंक (लगभग 27 प्रश्न या 66 अंक) प्राप्त करना आवश्यक हैं। यदि उम्मीदवार इससे कम अंक प्राप्त करता हैं तो उसे इस परीक्षा में Fail माना जाता हैं। Cut-Off का निर्धारण केवल Paper I (GS-I) के आधार पर किया जाता हैं। 

  • दोनों पेपरों में Multiple Choice (MCQ)/Objective प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। 
  • दोनों पेपर 200-200 अंकों के होते हैं।  
  • सामान्य अध्ययन - I (GS-I) में 2-2 अंकों के 100 प्रश्न होते हैं। 
  • वहीं CSAT पेपर में 2.5-2.5 अंकों के 80 प्रश्न होते हैं। 
  • दोनों पेपरों में ⅓ की Negative Marking हैं अर्थात 3 उत्तर गलत होने पर 1 सही उत्तर के बराबर अंक काट लिए जाते हैं।  

Paper प्रश्नों का प्रकार प्रश्नों की संख्या कुल अंक समय Negative Marking
General Studies I MCQ 100 200 2 घंटे
General Studies II (CSAT) MCQ 80 200 2 घंटे
 

Stage 2. Mains Examination

जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लेते हैं वो परीक्षा के दूसरे चरण अर्थात मुख्य परीक्षा (Mains Exam) में शामिल होते हैं। मुख्य परीक्षा में कुल 9 Papers होते हैं जो की लगभग 5-7 दिन में आयोजित होते हैं। ये 9 पेपर Descriptive Type के होते हैं मतलब इनमें आपको पूछे गए प्रश्नों का उत्तर वर्णनात्मक रूप में लिखना होता हैं।

UPSC Mains के कुल अंक ही आपके अंतिम अंको को प्रभावित करते हैं। अंतिम रूप से अंकों के निर्धारण में मुख्य परीक्षा के 7 पेपरों के अंकों को शामिल किया जाता हैं। मुख्य परीक्षा के 2 पेपर Qualifying प्रकृति के होते हैं। मुख्य परीक्षा के लिए आपको 1 Optional विषय का भी चुनाव करना होता हैं, जिसके 2 पेपर लगते हैं।  

Paper Subject Total marks Duration
Paper I Essay 250 3 hours
Paper II General Studies I 250 3 hours
Paper III General Studies II 250 3 hours
Paper IV General Studies III 250 3 hours
Paper V General Studies IV 250 3 hours
Paper VI Optional I 250 3 hours
Paper VII Optional II 250 3 hours
Paper A (qualifying) English 300 3 hours
Paper B (qualifying) संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल कोई भाषा 300 3 hours


Qualifying papers A व B दोनों में 25% अंक प्राप्त करना आवश्यक हैं। इन दोनों पेपरों के अंकों को अंतिम अंको में शामिल नहीं किया जाता हैं। अंतिम रूप से प्राप्त अंकों का निर्धारण केवल 7 पेपरों के अंकों के आधार पर किया जाता हैं। 


Stage 3. Interview/Personality Test 

यह परीक्षा का अंतिम चरण हैं। वैसे मेरिट के निर्धारण में इसे मुख्य परीक्षा का ही एक भाग माना जाता हैं। इसमें कोई लिखित परीक्षा नहीं होती बल्कि इसके द्वारा Mains Exam में पास उम्मीदवारों के व्यक्तित्व का परीक्षण किया जाता हैं। PT का मुख्य उद्देश्य यह जांचना हैं की उम्मीदवार में Civil Servant बनने के लिए आवश्यक मूल्य जैसे की Decision Making, Intellectuality, Moral Integrity, Leadership, Balance of Judgement आदि हैं या नहीं। यह साक्षात्कार कुल 275 अंकों का होता हैं। 


सिविल सेवा परीक्षा के कुल अंक 

Paper Marks
Essay 250
General Studies I 250
General Studies II 250
General Studies III 250
General Studies IV 250
Optional I 250
Optional II 250
Interview 275
TOTAL MARKS 2025
 

UPSC (CSE) का सिलेबस - UPSC CSE Syllabus In Hindi 

UPSC का syllabus बहुत ही विस्तृत हैं जिसमें आपको लगभग सभी विषय पढ़ने होते हैं जैसे History, Geography, Polity, Constitution, Economics, Science and Technology, Ethics, Society, IR, Environment and Ecology, Maths and Reasoning (CSAT) आदि। इन विषयों के साथ ही आपको Current Affairs पर भी पूरी नजर रखनी होती हैं। हालांकि UPSC इन सभी विषयों में आपके अत्यधिक गहन अध्ययन की उम्मीद ना करके इनके बारे में महत्वपूर्ण Basic जानकारी की उम्मीद करती हैं और आसान भाषा में कहें तो इन विषयों में आपकी Graduation level तक की knowledge होनी ही चाहिए। 

किन्तु UPSC आपके द्वारा चुने गए Optional विषय में आपसे गहन अध्ययन की मांग अवश्य करती हैं। आपके Optional विषय में आपको Post Graduation या उससे अधिक Level की जानकारी होनी चाहिए। 


Read More: UPSC प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा का नया Syllabus (pdf)


क्या UPSC परीक्षा कठिन हैं?

सिविल सेवा परीक्षा एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा हैं। जिसको पास करके आप IAS, IPS, IFS, IRS जैसे ऊँचे पदों को प्राप्त करते हैं और भारत के प्रशासन में भागीदारी निभाते हैं। अत्यधिक महत्वपूर्ण पद होने के कारण UPSC ऐसे उम्मीदवारों का चयन करने का प्रयास करती हैं जो इन पदों के योग्य हो। UPSC का Syllabus अत्यधिक विस्तृत हैं, जो इस परीक्षा को बहुत कठिन बना देता हैं।  

यह परीक्षा कितनी कठिन हैं इसका अनुमान आप इसी आँकड़े से लगा सकते हैं की साल 2022 में UPSC (CSE) की सीटें केवल 1011 थी और परीक्षा के लिए Apply करने वाले Students की संख्या लगभग 11.52 लाख थी। जिसमें से केवल 13090 Students ही Prelims Exam पास कर पाए थे और Interview तक केवल 2529 Candidates ही पहुँच पाए थे। UPSC का Success rate लगभग 0.2% हैं। 

किन्तु ऐसा नहीं हैं की इस परीक्षा को पास नहीं किया जा सकता हैं। यदि आप सही दिशा में सही Strategy व  Consistency के साथ मेहनत करते हो तो आप इस परीक्षा को आसानी से clear कर सकते हो। 


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FAQs

संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission)
भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Services)
सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Examination)
UPSC परीक्षा पास करने के बाद आपको 24 Posts में से आपकी Rank के अनुसार Post प्रदान की जाती हैं।
UPSC परीक्षा के लिए आपको Basic English आना तो जरूरी हैं क्योंकि UPSC Mains में आपको English का paper देना होगा। जिसे Qualify करना जरूरी हैं।
सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए आपके पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम स्नातक (Graduation) की डिग्री होनी चाहिए।
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