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एस्किमो जनजाति - निवास क्षेत्र, समाज, अर्थव्यवस्था, प्रजातीय लक्षण आदि की पूरी जानकारी | Eskimo Janjati

"विश्व की प्रमुख जनजातियाँ" (Major Tribes Of The World), मानव भूगोल (Human Geography) का एक बहुत  ही महत्वपूर्ण टॉपिक है। विश्व की प्रमुख जनजातियों में से ही एक जनजाति है "Eskimo Janjati". आज के इस आर्टिकल में हम Eskimo Janjati के बारे में पूरे विस्तार से चर्चा करेंगे। हम इनके निवास क्षेत्र, समाज, रहन-सहन, वेशभूषा, भोजन, औजार, धर्म, रीति-रिवाज, परम्पराएँ आदि सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। 


Eskimo Janjati

Table Of Content 


Eskimo Janjati का निवास क्षेत्र - Eskimo Tribe Habitat 

एस्किमो जनजाति सामान्यतः आर्कटिक प्रदेश (Arctic region) में पायी जाती हैं। इस जनजाति का निवास क्षेत्र 4 देशों में फैला हुआ हैं - अलास्का (USA), कनाडा, रूस और ग्रीनलैंड (Denmark)

आर्कटिक प्रदेश में "टुण्ड्रा जलवायु" पाई जाती है। यह एक वृक्षहीन प्रदेश है और यहाँ वर्ष के अधिकतर समय तापमान 0°C से कम रहता है। 

 

टुण्ड्रा प्रदेश में निवास करने वाली विभिन्न घुमंतू जनजातियाँ निम्नलिखित हैं -

जनजाति क्षेत्र
एस्किमो (इन्युत) अलास्का, कनाडा, ग्रीनलैंड और पूर्वी रूस
एल्युत, युइत, चुकची, युकाधीर अलास्का
सामी (Sammi) साइबेरिया, नॉर्वे, स्वीडन, फिनलैंड और रूस
 

 

'एस्किमो' और 'इन्युत' का क्या अर्थ हैं? - Eskimo Meaning In Hindi

एस्किमो शब्द का सामान्यतः उपयोग टुण्ड्रा प्रदेश में निवास करने वाली जनजाति के लिए किया जाता है। 

एस्किमो शब्द का अर्थ 'कच्चे मांस खाने वाले' होता हैं। 


वैसे एस्किमो लोग स्वयं के लिए "इन्युत" शब्द का प्रयोग करते है। जिसका शाब्दिक अर्थ होता है, "सच्चे लोग"।


विश्व की अन्य महत्वपूर्ण जनजातियां:


एस्किमो जनजाति के निवास क्षेत्र का भौतिक पर्यावरण

किसी क्षेत्र के लोगों के बारे में जानने से पहले हमें उनके निवास क्षेत्र के मौसम व जलवायु के बारे में जानना चाहिए क्योंकि मौसम के तत्व और जलवायु के कारक मनुष्यों, पौधों और पशुओं के जीवन पर विशेष प्रभाव डालते हैं। 

जैसा की हमने ऊपर बताया की एस्किमो जनजाति टुण्ड्रा प्रदेश में निवास करती हैं, जहाँ की जलवायु दशाएं अत्यधिक कठोर है। टुण्ड्रा प्रदेश (Tundra Region) एक निम्न, सपाट और वृक्षहीन मैदान है जहाँ के अधिकांश भाग पर बर्फ जमी रहती है। 


आर्कटिक प्रदेश के निकट वाले क्षेत्रों में सर्दियाँ लंबी व अत्यधिक ठंडी होती है वहीं गर्मियाँ छोटी और ठंडी होती है। यहाँ 1 महीने तक दिन का प्रकाश रहता है जबकि मध्य शीत ऋतु में लगभग 1 घंटे के लिए ही सूर्य क्षितिज पर रहता है। 


अधिक समय तक अँधेरा रहने के कारण यहां के लोगों के शरीर और मस्तिष्क पर विपरीत मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता हैं। अंधेरापन और एकांत युक्त वातावरण पागलपन के दौरे, मस्तिष्क विकार (Brain disorder), तंत्रिकावसाद (Nervous depression) आदि समस्याओं को जन्म देता हैं जो आत्महत्या को प्रायः आवश्यक बना देता हैं। 

अत्यधिक शीत के कारण कुत्तों की सूँघने की शक्ति भी प्रायः समाप्त हो जाती है और पशु आज्ञा मानने से भी मना कर देते है। 


वनस्पति - vegetation

टुण्ड्रा प्रदेश में कहीं भी बड़े वृक्ष नहीं मिलते है, यहाँ के सभी पौधे बौने होते है। यहाँ केवल कुछ झाड़ियां, घास व काई मिलती हैं। 

जीव - जंतु - Fauna 

eskimo kya hai

अत्यधिक कठोर शीत दशाओं के कारण यहाँ बड़े-बड़े बालों और मोटे फर वाले पशु ही पाए जाते है जैसे की - 

  • ध्रुवीय खरगोश 
  • रेन्डियर 
  • लोमड़ी 
  • ध्रुवीय उल्लू 
  • ध्रुवीय भालू 
  • हंस 
  • बतख 

सागरीय जीवों यहाँ पाए जाने वाले कुछ प्रमुख जीव हैं -

  • सील 
  • वालरस 
  • व्हेल 

   

एस्किमो जनजाति के प्रजातीय लक्षण - Racial Features Of The Eskimo Tribe 

  • एस्किमो, मुख्यतः 'मंगोल प्रजाति' से सम्बंधित है।
  • इनका कद छोटा, चपटा और लंबा चेहरा, चपटी नाक होती हैं। 
  • इनकी त्वचा का रंग पीला-भूरा और इनके बाल लम्बे, काले व मोटे होते हैं।  

शिकार 

टुण्ड्रा प्रदेश में वनस्पति की कमी होने के कारण Eskimo Janjati के लोग जीव-जंतुओं का शिकार करके अपना पेट भरते हैं। ये लोग बसंत ऋतु में सील मछली शिकार करते है और जाल से पक्षियों को पकड़ते है। ग्रीष्म ऋतु में ये वालरस, रेंडियर तथा अन्य पशुओं का शिकार करते हैं। 


वैसे तो एस्किमो लोगों को वर्ष भर ही भोजन की कमी की समस्या का सामना करना पड़ता है किन्तु ये समस्या शीत ऋतु में अधिक बढ़ जाती है। शीत ऋतु में एस्किमो लोग मुख्यतः सील मछली का ही शिकार करते हैं, सील का शिकार करने के लिए ये लोग जिस विधि को अपनाते है उसे "मोपाक" (Maupok) कहा जाता है। मोपाक का शाब्दिक अर्थ हैं - 'प्रतीक्षा करना'।   


सील मछली से इन लोगों को न केवल भोजन की प्राप्ति होती है बल्कि इससे ईंधन भी मिलता है। टुण्ड्रा प्रदेश में लकड़ी की उपलब्धता न होने के कारण सील मछली की चर्बी का इस्तेमाल ईंधन के रूप में किया जाता हैं। 

औजार 

लकड़ियों की कमी होने के कारण एस्किमो लोग व्हेल, सील, रेन्डियर तथा अन्य मछलियों व पशुओं की हड्डियों से बने औजारों का इस्तेमाल करते है। ये लोग हाथी दांत से बने चाकू का इस्तेमाल 'इग्लू' बनाने के लिए करते है।


एस्किमो लोग सील और अन्य जीवों का शिकार करने के लिए एक भाले जैसे हथियार का इस्तेमाल करते हैं, जिसे "हारपून" कहा जाता हैं।  


वस्त्र 

एस्किमो लोगों के वस्त्र रेन्डियर या कैरीबो की खाल से बने होते हैं क्योंकि इन पशुओं की खाल अधिक गरम, हल्की और लचीली होती है। इन वस्त्रों को बनाने का काम स्त्रियाँ करती हैं। 


ये रेन्डियर की अस्थियों से बना लंबा कोट पहनते हैं। शीत ऋतु में ये अस्थि और फर से बने दो अथवा अधिक कोट पहनते हैं। ये लोग अलग-अलग रंगों के समूर (Fur) और बालों से बना एक 'एप्रन' भी पहनते हैं, जो की गले से बँधा रहता है। 

उच्च अक्षांशों में अधिक कठोर शीत के समय ध्रुवीय भालू की समूर (Fur) से बने कोट को पहना जाता है।एस्किमो लोग जल और नमी से बचने के लिए पशुओं की आँतों से बने बरसाती वस्त्रों को पहनते है। 


इग्लू और स्लेज क्या हैं? What is Igloos and Sledge In Hindi

Eskimo Janjati एक भ्रमणशील जनजाति है अर्थात ये जनजाति एक स्थान पर अधिक समय तक नहीं रहती है, भोजन की तलाश में ये एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते रहते हैं। ऐसे में इनका कोई स्थायी आवास नहीं होता। केवल कुछ एस्किमो जो समुन्द्र तट पर निवास करते हैं, पत्थर से स्थाई मकान बनाते है। 

What is Igloos and Sledge In Hindi

एस्किमो लोग बर्फ के अस्थायी आवास बनाते हैं जिन्हें "इग्लू" (Igloo) कहा जाता है। इग्लू का निर्माण बड़े-बड़े हिम पिंडों से किया जाता है। इग्लू के भीतर का तापमान बाहर के तापमान से 10° से 20° अधिक रहता हैं। 


भूगोल के कुछ महत्वपूर्ण Topics:


एस्किमो लोग यात्रा करने के लिए व्हेल मछली की अस्थियों से बनी और कुत्तों के समूह द्वारा खींची जाने वाली एक गाड़ी का इस्तेमाल करते है, जिसे "स्लेज" (Sledge) कहा जाता है। 

स्लेज गाड़ी विभिन्न आकार की होती है। इस गाड़ी को सामान्यतः 5-6 कुत्तों के एक समूह द्वारा खींचा जाता हैं। कहीं-कहीं स्लेज गाड़ी को खींचने के लिए कुत्तों की जगह रेन्डियर का उपयोग किया जाता है। रेन्डियर का उपयोग लम्बी दूरी और धीमी यात्रा के लिए किया जाता हैं जबकि कुत्तों का उपयोग आखेट यात्राओं के लिए किया जाता हैं। 


एस्किमो लोगों का समाज और संस्कृति 

  • एस्किमो समाज एक पितृसत्तात्मक समाज है, जिसमें अधिक आयु के पुरुषों को सर्वाधिक आदर किया जाता हैं। 
  • एस्किमो लोगों की मुख्य बोली 'इन्यूपिक' (Inupik) और 'यूपिक' (Yupik) हैं। 
  • एस्किमो धर्म एक जीववादी धर्म है। यह जानवरों और प्राकृतिक वस्तुओं में आत्मा का वास मानता है। 
  • बसंत ऋतु में जब एस्किमो लोग बड़े शिकारों के अभियान पर निकलते है उससे पूर्व ये लम्बे समय तक कर्मकाण्ड और पूजा करते है। 
  • ग्रीष्म काल में एस्किमो जनजाति के अनेक दल उत्सव और समारोह मनाने के लिए एकत्रित होते है। इन अवसरों पर इनके बीच आखेट, शक्ति परीक्षण, जादुई प्रतिस्पर्धा आदि आयोजित जाती है।  
  • एस्किमो युवाओं को शिकार करने का अत्यधिक कठोर प्रशिक्षण दिया जाता है।  
  • ये लोग युद्ध, चोरी और लूट से अनभिज्ञ हैं। 
  • एस्किमो समाज में प्रेम के बिना विवाह का नियम है। विवाह पूर्व निर्धारण के आधार पर किए जाते हैं। 
  • शीत काल में भोजन की अधिक की अधिक कमी आने पर परिवार में से बूढ़े और अशक्त लोग आत्महत्या कर लेते है।  


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