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बुशमैन जनजाति के बारे में पूरी जानकारी | Bushman Janjati In Hindi

Bushman Janjati विश्व की प्रमुख जनजातियों में से एक मुख्य जनजाति है। Bushman Janjati परीक्षा की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण जनजाति है, इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम इस जनजाति के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। 

Bushman Janjati In Hindi
Bushman Janjati In Hindi


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'बुशमैन' का क्या अर्थ होता है? - Bushman Janjati In Hindi

दक्षिण अफ्रीका के निवासी 'सान' (San) पारंपरिक रूप में एक शिकारी-संग्राहक लोग है, इन्हें 'बुशमैन' या 'सान बुशमैन' कहा जाता हैं।  


'बुशमैन' शब्द डच भाषा के शब्द 'बॉसीसमैन' से आया है, जिसका अर्थ 'अपराधी/डाकू' होता है

बुशमैन शब्द 17वीं शताब्दी में डच आप्रवासियों द्वारा दक्षिण अफ्रीका के शिकारी लोगों को दिया गया था। 


बुशमैन जनजाति का निवास क्षेत्र - Bushmen Tribe Location 

bushman tribes in hindi

बुशमैन जनजाति मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीका के 'कालाहारी मरुस्थल' (नामीबिया, बोत्सवाना व अंगोला) तथा दक्षिण-पश्चिम अफ्रीका के उपोष्ण घास के मैदानी भागों में निवास करती हैं। 


कालाहारी मरुस्थल एक गर्म और उजाड़ क्षेत्र हैं जहां वर्षा अत्यधिक कम होती है। 


बुशमैन जनजाति के निवास क्षेत्र का भौतिक पर्यावरण 

जिस क्षेत्र में बुशमैन जनजाति निवास करती हैं वह एक वृहद पठार है। इस पठार के पूर्व में विशाल पर्वत शृंखलाएं तथा दक्षिण-पश्चिम में उपोष्ण घास के मैदान व सुदूर उत्तर की ओर प्रसिद्ध 'एटोशा राष्ट्रीय पार्क' स्थित है। 


पूर्वी भाग में ऊँचे-ऊँचे पर्वतों के कारण प्रचुर मात्रा में वर्षा प्राप्त होती है जिस कारण वहां घने वन पाए जाते हैं। किन्तु पूर्व से पश्चिम की और जाने पर वर्षा की मात्रा कम होती जाती है तथा ये वन लुप्त हो जाते है और केवल लम्बी घास की कंटीली झाड़ियां और रेतीले मैदान का विस्तार पाया जाता हैं। 


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बुशमैन के निवास क्षेत्रों में कहीं वन तो कहीं घास के मैदान और कंटीली झाड़ियां पायी जाती है। यहाँ बबूल के वृक्ष, कंटीली झाड़ियां, बुशमैन घास, बुशमैन खरबूजे आदि पेड़-पौधे पाए जाते हैं। 


वहीं पशुओं की बात करें तो यहाँ हिरण, स्टीन बॉक, दुइकेन, जिराफ, शतुरमुर्ग, हाथी, गैंडा, ज़ेब्रा, शेर, चीता, गीदड़, लकड़बग्घा आदि जीव-जंतु पाए जाते है। 


बुशमैन जनजाति के प्रजातीय लक्षण 

  • बुशमैन और नीग्रीटो जाति में कई बातों में समानता पायी जाती हैं। 
  • इनकी औसत लम्बाई 5 फीट 4 इंच होती है। 
  • इनके गालों की हड्डियां उभरी हुई होती है। 
  • इनकी त्वचा का रंग हल्का होता है। 
  • इनके बाल बहुत ही छोटे होते है। 


आखेट, भोजन और औजार 

बुशमैन मूल रूप से आखेटक (शिकारी) हैं। प्रत्येक दिन बुशमैन पुरुष शिकार के लिए जाते है। बुशमैन लोग  शिकार करने में बहुत माहिर होते हैं ये शिकार करने के लिए कई तरीकों का सहारा लेते हैं जैसे की -

  • धनुष और विष लगे बाणों द्वारा शिकार करना। 
  • शिकार को थकाकर मारना
  • जानवरों की बोली निकालकर शिकार को गुमराह करना  
  • शिकार को दलदल में फंसाकर मारना 
  • शिकार के पीने के पानी में विष डालकर मारना आदि।  


बुशमैन शिकारी छुपने और जानवरों की बोली निकालने में माहिर होते हैं। ये लोग सांप की विष थैली, वृक्षों के रस और मकड़ी से अपने बाणों में लगाने के लिए विष प्राप्त करते है। प्रत्येक बुशमैन परिवार अपना भोजन स्वयं प्राप्त करता हैं किन्तु जब कभी भोजन की अधिक आवश्यकता होती है, तब बुशमैन समूह में शिकार करते हैं। ये लोग छोटे जानवर से लेकर हाथी जैसे बड़े जानवर का भी शिकार करने में माहिर होते है। 


बुशमैन लोगों का मुख्य भोजन कंद-मूल, बेर, लार्वा, कीड़े, कछुए, मेंढक, छिपकलियाँ, दीमक, हिरण आदि हैं।

ये लोग जानवरों को न सिर्फ खाते है बल्कि उनके हर अंग का कुछ न कुछ इस्तेमाल जरूर करते हैं जैसे की जानवरों के सींग का उपयोग कठोर भूमि को खोदने के लिए, शतुरमुर्ग के अण्डों के खोल व हिरण के पेट की थैली का उपयोग पानी भरने के लिए, हिरण की खाल का उपयोग वस्त्र और थैले बनाने के लिए तथा अस्थियों का इस्तेमाल औजारों के रूप में करते है। 


वस्त्र 

  • बुशमैन के निवास क्षेत्र की जलवायु गर्म होने के कारण ये लोग बहुत ही कम वस्त्र पहनते हैं। 
  • यहाँ के पुरुष तिकोनी लंगोट पहनते हैं, वहीं स्त्रियां एप्रन पहनती हैं।
  • स्त्रियों के वस्त्रों में सबसे महत्वपूर्ण वस्तु लबादा होता हैं, जिसे स्थानीय भाषा में 'क्रोस (चोंगा)' कहा जाता हैं।
  • क्रोस का इस्तेमाल स्त्रियां वस्त्र व बिस्तर दोनों के रूप में करती हैं और इसका इस्तेमाल छोटे बच्चों, भोजन तथा ईंधन को रखकर लाने में भी होता है। 
  • कुछ लोग चमड़े की बनी टोपियां और जूतियां भी पहनते हैं।    
  • शतुरमुर्ग के अंडे के छिलके का इस्तेमाल जल रखने के साथ माला बनाने के लिए भी किया जाता हैं। 

Bushman Janjati का समाज व संस्कृति 

  • बुशमैन लोग छोटे-छोटे समूहों में रहते हैं। 
  • कम सामान, कम बच्चे और अपने सामान में सहभागिता होने के कारण ये लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते है। 
  • बुशमैन समूह केवल सूखे के दिनों में ही किसी जल स्रोत के निकट इकट्ठा होते हैं जबकि वर्ष के बाकी दिनों में ये लोग घूमते रहते हैं। 
  • शिविर की स्थापना के लिए स्थान का चुनाव परिवार के सबसे वरिष्ठतम व्यक्ति द्वारा किया जाता हैं। 
  • आश्रय बनाने से पूर्व परिवार का सबसे वरिष्ठतम व्यक्ति आश्रय के स्थान पर आग जलाता है।  
  • ये लोग बिना भूमि संसाधनों को हानि पहुँचाये आखेट और संग्रहण करते हैं।  
  • घायल शिकार का पीछा करते हुए पड़ोसी क्षेत्र में प्रवेश कर जाने पर, उस क्षेत्र के समूह से मिलकर अपने शिकार का बंटवारा करना होता हैं।  
  • बुशमैन समाज में बहुविवाह प्रथा प्रचलित है किन्तु अधिकांश विवाह एकविवाही होते हैं। 
  • बुशमैन लोग आखेट में सफलता प्राप्त करने के लिए जादुई क्रियाकांडों का सहारा लेते है। 
  • सान लोग चित्रकारी के लिए प्रसिद्ध है। 
  • अकाल के समय बुशमैन स्त्रियां गर्भधारण करना बंद कर देती हैं। 
  • ये लोग आग जलाने के लिए कम से कम ईंधन का उपयोग करते हैं। 

 बुशमैन जनजाति के बारे में अन्य तथ्य 

  • कालाहारी मरुस्थल में पाए जाने वाले 'बुशमैन खरबूजे' जिन्हें 'शमा' और 'नरस' कहा जाता है का उपयोग बुशमैन लोग सूखे के दौरान पानी की पूर्ति के लिए करते हैं। 
  • 'दीमक' या 'चींटी के लार्वा' को बुशमैन का चावल कहा जाता हैं। 

कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न -



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