Ads Area

अरब स्प्रिंग (Arab Spring) क्या है? इसका इतिहास, कारण और प्रभाव | Arab Spring in Hindi

इस लेख में विश्व इतिहास की एक प्रमुख घटना 'अरब स्प्रिंग' (Arab Spring in Hindi) के बारे में जानकारी दी गई है। अरब स्प्रिंग एक आंदोलन था जिसने मिडिल ईस्ट के देशों में तानाशाही को हटाकर लोकतंत्र की स्थापना की तथा साथ ही कई अन्य समस्याएं भी उत्पन्न की। इस लेख में इस घटना की विस्तार से बताया गया है। 


Arab Spring in Hindi


अरब स्प्रिंग (Arab Spring) क्या है? - Arab Spring in Hindi

पश्चिमी एशिया तथा उत्तरी अफ्रीका के देशों में तानाशाही शासकों को समाप्त कर लोकतंत्र की स्थापना की गई, इस घटना को 'Arab Spring' कहा जाता है। 


Arab Spring की शुरुआत 

Arab Spring की शुरुआत दिसंबर 2010 में ट्यूनिशिया से हुई। जहाँ उस समय 'ज़ीन अल आबिदीन बेन अली' (Zine El Abidine Ben Ali) का तानाशाही शासन था। जिससे परेशान होकर  'Mohamed Bouazizi' नामक एक शख्स ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के कारण ट्यूनिशिया में भारी विरोध-प्रदर्शन हुए और बेन अली को सत्ता से हटा दिया गया। 


  • ट्यूनिशिया की इस घटना से प्रेरणा लेकर मिश्र (Egypt) में विरोध-प्रदर्शन हुए और वहां के शासक 'होस्नी मुबारक' (Muhammad Hosni El Sayed Mubarak) को भी सत्ता से हटा दिया गया। 


  • जॉर्डन, यमन और मोरक्को में भी इसी प्रकार के सत्ता परिवर्तन हुए। लीबिया में गद्दाफ़ी (Muammar Muhammad Abu Minyar al-Gaddaf) का तानाशाही शासन था जिसे UN के नेतृत्व में सैन्य हस्तक्षेप में मार दिया गया 

  • सीरिया में बशर-अल-असाद राष्ट्रपति था। इसके विरुद्ध सैन्य कार्यवाही को रूस ने वीटो कर दिया। यही से सीरियाई संकट की शुरुआत हुई। 



Arab Spring के क्या कारण थे?

अरब स्प्रिंग के प्रमुख कारण निम्नलिखित थे -

  1. तानाशाही शासन में नागरिक व राजनैतिक अधिकारों का अभाव। 
  2. अत्याचारी शासन। 
  3. कमजोर आर्थिक स्थिति। 
  4. अंतर्राष्ट्रीय सहयोग। 
  5. सोशल मीडिया का प्रभावी प्रयोग। 



Arab Spring के प्रभाव/परिणाम 

अरब स्प्रिंग के शुरुआती परिणाम काफी सकारात्मक रहे किन्तु आगे चलकर इसके कई नकारात्मक परिणाम सामने आये जैसे की -

  • लीबिया में अराजकता, यमन व सीरिया में गृहयुद्ध इस आंदोलन के सीधे परिणाम है। 
  • इस आंदोलन के दौरान मानवाधिकारों का हनन बड़े स्तर पर हुआ। 
  • इससे कई देशों के आर्थिक हालत और ज्यादा बिगड़े तथा शरणार्थी संकट (Refugee crisis) उत्पन्न हुआ। 
  • धार्मिक कट्टरतावाद तथा वर्ग हिंसा बढ़ी। 



विश्व इतिहास के अन्य महत्वपूर्ण लेख:


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Ads Area