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पूर्वी अफ्रीका की मसाई जनजाति (Maasai Tribe) - Masai Janjati

इस लेख में हम पूर्वी अफ्रीका की Masai Janjati (Maasai Tribe) के बारे में चर्चा करेंगे। 

Masai Janjati (Maasai Tribe)

मसाई जनजाति का निवास क्षेत्र - Masai Tribe In Hindi 

Masai Janjati पूर्वी अफ्रीका के उत्तरी भाग के आंतरिक पठार, कीनिया, उत्तरी तंजानिया और पूर्वी युगांडा में निवास करती है। इनके निवास क्षेत्र में किलिमंजारो, मेरु और माउंट कीनिया मुख्य ज्वालामुखी पर्वत हैं। यहाँ स्थित महान भ्रंश घाटी में कई सारी झीलें स्थित है। 


मसाई प्रदेश की ऊँचाई काफी अधिक होने के कारण यहाँ की जलवायु, इस भाग के पश्चिम में स्थित तटीय भूमि, निचली घाटियों और कांगो बेसिन के मैदानी भाग की जलवायु की अपेक्षा अधिक ठंडी और मध्यम है। यद्यपि मसाई निवास क्षेत्र विषुवत रेखीय प्रदेश में स्थित हैं, किन्तु अधिक ऊँचाई होने के कारण यहां का तापमान 14° C के आसपास ही रहता है। 


यहाँ लगभग 100 cm औसत वार्षिक वर्षा होती है, कम ऊँचाई वाले क्षेत्रों में वर्षा की मात्रा 75 cm तक हो जाती है। यहाँ उष्ण कटिबंधीय घास के मैदान पाए जाते है। मसाई लोग शुष्क मौसम में ऊँचे चरागाहों की ओर चले जाते हैं और वर्षा ऋतु में नीचे के चरागाहों में उतर आते हैं। 


मसाई जनजाति की नृजातीय विशेषताएँ  

  • मसाई, भूमध्यसागरीय और नीग्रिटो जातियों का मिश्रण है। 
  • ये लंबे होते हैं और इनकी चमड़ी का रंग हल्के भूरे से गहरे भूरे रंग का होता हैं। 
  • इनका सिर ऊंचा और चेहरा पतला होता है। 
  • पुरुषों के चेहरे पर बाल कम होते है। 
  • मसाई जाति की युवतियां और अधिक आयु के पुरुष, सिर के निकट से बाल कटवाते है। 

अर्थव्यवस्था - Masai Tribe Economy In Hindi 

मसाई अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार 'पशु' हैं। ये उनके दूध और रक्त का भोजन के रूप में तथा वधू मूल्य के रूप में उपयोग करते हैं। मसाई लोग बहुत संख्या में भेड़, गधे और बकरी भी पालते है। 


मसाई जाति में पशुचारण, एक आर्थिक क्रिया से अधिक हैं। यह सांस्कृतिक कार्यकलाप है। पशु केवल इसलिए ही नहीं पाले जाते की इन्हें बेचा जा सके अथवा इनका उपभोग किया जा सके अपितु धार्मिक अनुष्ठानों तथा जादू-टोन के उत्सवों पर इनकी बलि दी जा सकती हैं। 

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पशुचारण के अलावा मसाई जाति का दूसरा मुख्य व्यवसाय युद्ध हैं। मसाई जाति के लोग मुख्य रूप से लोहे के शस्त्र जैसे लंबे फलक वाला भाला, पत्ती के आकार की तलवार तथा बाण का उपयोग करते हैं। 


भोजन - Masai Tribe Food 

  • Masai Janjati का मुख्य भोजन पशुओं से प्राप्त होता हैं। 
  • दूध ताजा अथवा उसे खट्टा करके उपयोग में लिया जाता है। 
  • ये लोग दूध से मक्खन निकलना तो जानते हैं किन्तु, पनीर बनाना नहीं। 
  • मसाई लोग जीवित बैल के रक्त को निकाल कर उसका सेवन करते है, यह इनके भोजन का मुख्य भाग होता हैं।   
  • ये लोग भेड़ के दूध, रक्त और मांस का भी सेवन करते हैं। 
  • ज्वार-बाजरा और मक्का मसाई लोगों का मुख्य खाद्यान्न है। 
  • खाद्यान्न और वानस्पतिक भोज्य पदार्थ, पशुओं की खाल तथा पशुओं के बदले घुम्मकड़ नीग्रो व्यपारियों से प्राप्त किए जाते हैं। 
  • ये लोग जंगली शहद और उससे बनी शराब का भी सेवन करते हैं। 
  • ये लोग खुद अपने किसी घरेलू पशु की हत्या नहीं करते, यदि किसी कारणवश हत्या करनी पड़े तो ये काम पड़ोसियों द्वारा कराया जाता हैं। 
  • ये लोग गाय को बहुत महत्व देते हैं और कभी भी उसकी हत्या नहीं करते किन्तु यदि उसकी स्वाभाविक या दुर्घटनात्मक मृत्यु हो जाती है तो ये उसका मांस खा लेते है। 


वस्त्र - Maasai Tribe Clothes 

  • मसाई लोग साधारण वस्त्र धारण करते हैं जो की प्रायः चमड़े से बने होते हैं।
  • युवा स्त्रियाँ और योद्धा उत्सव के अवसर पर कई आभूषण पहनते हैं।
  • चमड़े से वस्तुएँ बनाने का कार्य स्त्रियाँ करती हैं। 
  • योद्धा द्वारा पहने जाने वाला वस्त्र बछड़े की खाल से बना होता हैं जिस पर बाल छोड़ दिए जाते हैं। 
  • ये लोग सांड की खाल से बनी जूती पहनते हैं।  
  • मसाई स्त्रियाँ भेड़ की खाल से बना एप्रन पहनती हैं। 
  • विशेष अवसरों पर ये लोग शेर, बबून तथा अन्य शिकार किये गए जानवरों की खालों से बनी वस्तुएँ पहनते हैं। 


क्राल क्या है? - What Is Kraal In Hindi 

मसाई लोग झोपड़ियों में निवास करते हैं जो की 4 से 5 मीटर लम्बी और लगभग 4 मीटर चौड़ी होती हैं। इसकी दीवारों,छतों और खम्भों को घास, मिट्टी और गोबर की सहायता से तैयार किया जाता हैं। 'क्राल (Kraal)' एक ऐसी गोलाकार संरचना होती हैं जिसमें लगभग 20-50 झोंपड़ियां तथा उनके चारों ओर घने मोटे कांटे की बाड़ लगाई जाती हैं। 

 

सामाजिक जीवन - Maasai Tribe Social Life In Hindi 

  • मसाई जाति में व्यक्ति की अपेक्षा समुदाय अधिक महत्वपूर्ण होता हैं। 
  • मसाई समाज 'पितृसत्तात्मक समाज' हैं। 
  • मसाई जाति में एक विवाह की प्रथा का प्रचलन है, किन्तु बहुविवाह की भी अनुमति दी जाती हैं। 
  • इस समाज में लड़के का विवाह तब तक नहीं होता हैं जब तक की वह योद्धापन की परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं हो जाता अथवा वह वयस्क नहीं हो जाता। 
  • परिवार के मुखिया की मृत्यु के बाद  पशु संपत्ति का बँटवारा समान रूप से पुत्रों में किया जाता हैं। 
  • प्रत्येक मसाई परिवार का एक लोहार होता हैं जो उस परिवार के लिए हथियार बनाता है। 
  • नए मसाई योद्धाओं को योद्धा समूहों में बांटा जाता हैं जो निवृत हो रहे योद्धाओं का स्थान लेते हैं इसे 'आयु-समूह की व्यवस्था' के नाम से जाना जाता हैं। 
  • एक मसाई पुरुष को तीन अवस्थाओं से होकर गुजरना पड़ता हैं - लड़का, योद्धा और प्रौढ़। 
  • बलात्कार, प्रलोभन, मानव हत्या, चोरी आदि अपराधों के लिए मसाई समाज में सुनिश्चित दण्ड और सजा का प्रावधान हैं। 
  • मसाई समाज में एक धार्मिक नेता (पुजारी) होता है, जिसे "लैबॉन' कहा जाता है। लैबॉन का पद वंशानुगत होता हैं।  

   

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