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लाल ज्वार (Red Tide) क्या है और कैसे बनता है? - पूरी जानकारी | Red Tide UPSC in Hindi

इस लेख में Red Tide UPSC in Hindi लाल ज्वार क्या है? (What is Red Tide in Hindi), ज्वार कैसे बनता है? तथा इसको नियंत्रित करने के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी हैं। 

Red Tide UPSC in Hindi


लाल ज्वार क्या है और कैसे बनता है? - What is Red Tide in Hindi  

जब किसी जलीय क्षेत्र या महासागरों के तटीय भागों में शैवाल प्रस्फुटन (Algae Bloom) की क्रिया में लाल-भूरे रंग के 'डाइनोफ्लैगलेट' (Dinoflagellate) वर्ग के शैवाल बड़ी मात्रा में उत्पन्न हो जाते हैं जिसके कारण उस जलीय क्षेत्र का रंग परिवर्तित हो जाता है, तो उसे 'लाल ज्वार' (Red Tide) कहा जाता है। 

Red Tide in Hindi
Red Tide

कभी-कभी Red Tide की जगह Brown Tide या Green Tide शब्द भी प्रयोग किए जाते हैं क्योंकि उस जलीय क्षेत्र का रंग कैसा होगा यह वहां अधिक मात्रा में उत्पन्न होने वाले शैवालों की प्रजाति पर निर्भर करता है। 


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लाल ज्वार के कारण - Red Tide Causes in Hindi

  • सुपोषण :- पोषक तत्त्व शैवाल और साइनोबैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं तथा इनके विकास में सहयोग करते हैं इससे लाल ज्वार की घटना होती हैं। सुपोषण को लाल ज्वार की घटना का मुख्य कारक माना जाता है।  
  • तापमान :- सामान्यतः शैवाल प्रस्फुटन की घटना वर्ष के किसी भी समय घटित हो सकती है किन्तु गर्मियों या पतझड़ में इसके होने की अधिक संभावना होती है। 
  • गंदगी :- जल में अत्यधिक निलंबित कणों और कार्बनिक पदार्थों की उपस्थिति के कारण जल ख़राब हो जाता है।


लाल ज्वार के प्रभाव 

जलीय पारितंत्र का विषैला होना 

वैसे तो Red Tide कुछ समय के लिए रहता है पर यह जलीय पारितंत्र पर गहरा प्रभाव छोड़ता है। कुछ फाइटोप्लैंक्टन जैसे की Gymnodinium विषैले होते है और जब इन शैवालों को मछलियों द्वारा खाया जाता तो उनकी मृत्यु हो जाती हैं। ये विषैले शैवाल जलीय पारितंत्र को भी विषैला कर देते हैं इससे विषैले पदार्थों का संचयन जलीय जीव-जंतुओं में होता है और यह खाद्य श्रृंखला के द्वारा मनुष्य तक पहुंचता है जिससे मानव में कई बीमारियां हो सकती है। 


जल में घुलित ऑक्सीजन की कमी (हाइपोक्सिया) 

जब जलीय तंत्र में शैवालों की मात्रा अत्यधिक हो जाती है तब बड़े पैमाने पर इनकी मृत्यु भी होती है, जिसके कारण इनके अपघटन के लिए जीवाणु और कवक जल में घुली हुई ऑक्सीजन को बड़ी मात्रा में प्रयुक्त कर लेते हैं, जिस कारण जल में घुलीत ऑक्सीजन की प्रभावी कमी (हाइपोक्सिया) हो जाती है और जलीय जंतु बड़ी मात्रा में मरने लगते हैं और यह जल प्रदूषित हो जाता है तथा यह जल पीने, सिंचाई या किसी अन्य कार्य के लिए भी उपयुक्त नहीं रहता। 


Dead Zone क्या है? - What is Dead Zone

जल में घुली हुई ऑक्सीजन की मात्रा में कमी (हाइपोक्सिया) के कारण उस क्षेत्र के जलीय जीवों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है और वे बड़ी मात्रा में मरने लगते हैं इस कारण उस क्षेत्र को 'मृत क्षेत्र' (Dead Zone) कहा जाता हैं। लाल ज्वार के कारण भी यह स्थिति पैदा हो जाती है। 


Harmful Algal Bloom क्या है? - What is HABs

सभी लाल ज्वार हानिकारक नहीं होते, जिन लाल ज्वार के शैवाल हानिकारक होते हैं और मानव स्वास्थ्य को हानि पहुंचाते हैं उन्हें Harmful Algal Bloom (HABs) कहा जाता है। 


हानिकारक लाल ज्वार के जोखिम को कम करने के उपाय 

  • जल स्रोतों में पोषक पदार्थों और अपशिष्ट पदार्थों के प्रवेश पर रोक ताकि शैवाल प्रस्फुटन की घटना को कम किया जा सके
  • जल स्रोतों की तली पर जमी तलछट को समय-समय पर निकाला जाना 
  • जल स्रोतों से समय-समय पर जैवभार एकत्रित कर उन्हें हटाया जाना 
  • मत्स्य पालन और प्रबंधन को बढ़ावा देना
  • जैविक खेती को बढ़ावा देना 


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