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आर्द्रता क्या है? तथा इसके प्रकार और वाष्पीकरण व संघनन | Humidity In Hindi

इस लेख में आपको आर्द्रता क्या है? (Humidity In Hindi), वाष्पीकरण क्या है? (Evaporation In Hindi)संघनन क्या है? (Condensation In Hindi) आदि सवालों के जवाब मिलेंगे। 

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आर्द्रता क्या है? - Humidity In Hindi 

किसी वायु में उपस्थिति जलवाष्प, वायु की 'आर्द्रता' कहलाती है और ऐसी वायु 'आर्द्र वायु' कही जाती है। 


वायुमंडल में जलवाष्प जलीय तंत्र द्वारा वाष्पीकरण की क्रिया में प्रवेश करती है जबकि वनस्पतियों द्वारा वायुमंडल में वाष्पोत्सर्जन की क्रिया में जलवाष्प मुक्त की जाती है। 


आर्द्रता सामर्थ्य क्या है? - Humidity Capacity In Hindi

किसी निश्चित ताप पर वायु द्वारा एक निश्चित आयतन पर अधिकतम नमी धारण करने की क्षमता को वायु की "आर्द्रता सामर्थ्य" कहते हैं।  

  • वायुमंडलीय आर्द्रता को प्रति घनफुट या प्रति वर्ग cm में मापा जाता है। 
 
  • जब किसी वायु में उसकी क्षमता से कम जलवाष्प होती है तो ऐसी वायु "असंतृप्त वायु" कहलाती है। 


  • जब वायु में उसकी क्षमता के बराबर जलवाष्प आ जाती है तब वह वायु "संतृप्त" हो जाती है। 

आर्द्रता सामर्थ्य ∝ तापमान 

  • अतः गर्म वायु की आर्द्रता सामर्थ्य ठंडी वायु से अधिक होती है। 

  • वह तापमान जिस पर कोई वायु संतृप्त हो जाती है उसका "ओसांक" कहलाता है। 


आर्द्रता के प्रकार - Types Of Humidity In Hindi 

वायुमंडलीय आर्द्रता को निम्नलिखित प्रकारों में व्यक्त किया जाता है -

  1. निरपेक्ष आर्द्रता  (Absolute Humidity)
  2. सापेक्षिक आर्द्रता  (Relative Humidity)
  3. विशिष्ट आर्द्रता  (Specific Humidity)


1. निरपेक्ष आर्द्रता - Absolute Humidity In Hindi 

किसी दिए गए समय में निश्चित आयतन वाली वायु में उपस्थित जलवाष्प की मात्रा 'निरपेक्ष आर्द्रता' कहलाती है। इसे gm/cm³ में प्रदर्शित करते है। 

  • निरपेक्ष आर्द्रता से पता चलता है कि किसी आर्द्र वायु से अधिकतम कितनी वर्षा हो सकती है। 
  • विषुवत रेखा से ध्रुवों की ओर चलने पर निरपेक्ष आर्द्रता में कमी आती है। 
  • महासागरीय भाग से महाद्वीपों के आंतरिक भाग में चलने पर निरपेक्ष आर्द्रता में कमी आती है। 
  • निरपेक्ष आर्द्रता सर्दियों की अपेक्षा गर्मियों तथा रात की अपेक्षा दिन में अधिक होती है। 
  • निरपेक्ष आर्द्रता स्थान व समय के परिवर्तन के साथ बदलती रहती हैं। 

2. सापेक्षिक आर्द्रता - Relative Humidity In Hindi 

किसी निश्चित तापमान और आयतन पर किसी वायु की निरपेक्ष आर्द्रता तथा उसकी आर्द्रता सामर्थ्य के अनुपात को "सापेक्षिक आर्द्रता" कहते है। इसे प्रतिशत में व्यक्त करते है। 


सापेक्षिक आर्द्रता = वायु की निरपेक्ष आर्द्रता / आर्द्रता सामर्थ्य × 100 


  • किसी भी संतृप्त वायु की सापेक्षिक आर्द्रता 100% होती है।

 असंतृप्त वायु की सापेक्षिक आर्द्रता 100% करने के लिए 2 उपाय किए जा सकते हैं -
  1. आर्द्रता सामर्थ्य को स्थिर रखते हुए उसकी निरपेक्ष आर्द्रता में वृद्धि करके। 
  2. निरपेक्ष आर्द्रता को स्थिर रखते हुए आर्द्रता सामर्थ्य में कमी करना। 

  • यदि कोई वायु असंतृप्त है तथा उसकी सापेक्षिक आर्द्रता 100% से कम है तब निरपेक्ष आर्द्रता को स्थिर रखते हुए यदि वायु का तापमान कम किया जाए तब वायु की आर्द्रता सामर्थ्य में कमी आएगी और वायु की सापेक्षता बढ़ेगी। 


सापेक्षिक आर्द्रता का महत्व

  • सापेक्षिक आर्द्रता से वर्षा के समय का अनुमान लगाया जा सकता है। 
  • सापेक्षिक आर्द्रता से किसी स्थान पर वाष्पीकरण की दर निर्धारित होती है। 
  • वायुमंडल में अधिक और कम सापेक्षिक आर्द्रता की स्थितियां मानव स्वास्थ्य के अनुकूल नहीं होती है। वायुमंडल में 60% सापेक्षिक आर्द्रता की दशा मानव स्वास्थ्य हेतु उपयुक्त होती है। 


 3. विशिष्ट आर्द्रता - Specific Humidity

1 किलो आर्द्र वायु में उपस्थित जलवाष्प भार (gm में) को वायु की "विशिष्ट आर्द्रता" कहते है। इसे gm/kg में प्रदर्शित किया जाता है। 

  • वर्तमान में इस अवधारणा का उपयोग वर्षा के अनुमान में किया जाता है अतः इसे "भूगोलवेत्ता की छड़ी" भी कहते है।  


वायु की विशिष्ट आर्द्रता = जलवाष्प (gm) / आर्द्र वायु (kg)


वाष्पीकरण क्या है? - Evaporation In Hindi

जल के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया वाष्पीकरण कहलाती है। 

वाष्पीकरण को प्रभावित करने वाले कारक - 

  • जलीय सतह का तापमान 
  • वायु में जलवाष्प की मात्रा 
  • पवन वेग 
  • जल की लवणता 


संघनन क्या है? - Condensation In Hindi 

यदि किसी वायु को उसके ओसांक से और अधिक ठंडा किया जाता है तो वह अपने भीतर की अतिरिक्त जलवाष्प को जल की बूंदों या बर्फ के रूप में निष्कासित कर देती है, यह प्रक्रिया 'संघनन' कहलाती है।

आसान शब्दों में कहें तो, "जलवाष्प के द्रव में परिवर्तित होने की प्रक्रिया संघनन कहलाती है"।  

  • यदि ओसांक, हिमांक (0°) से अधिक है तो संघनन जल की बूंदों के रूप में होता है और यदि ओसांक 0° या इससे कम तापमान पर है तब संघनन बर्फ कणों के रूप में होता है। 


वायुमंडल के Concept को अच्छे से समझने के लिए इन Topics को जरूर पढ़े:

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